Dil Ka Haqdaar
Safar hua
shuru.. Saath mila.. Ik yaar mila..
Berang se
is zindagi ko.. Ik kirdaar mila..
Mil jata
hai banjaare ko ghar jaise..
Mere dil ko
uska haqdaar mila..
Khwaab us
shakhs ke aksar main dekha karta hoon..
Naam us
akkas ke har pal main apna karta hoon..
Aakhein
kholu ya band bhi kar lu..
Chehra uska
he hai.. har baar mila..
Mil jata
hai banjaare ko ghar jaise..
Mere dil ko
uska haqdaar mila..
Meri subah
bhi us se meri raatein bhi us se..
Meri
zindagi ki har shaam bhi us se..
Fursat nahi
milti.. uski yaadon se..
Har baat ki
hai shuruaat bhi us se..
Jo toot
gaya tha.. bikhar gaya tha..
Us rooh ko
fir se pyaar mila…
Mil jata
hai banjaare ko ghar jaise..
Mere dil ko
uska haqdaar mila..
दिल का हक़दार
सफ़र हुआ शुरू.. साथ मिला.. इक यार मिला..
बेरंग से इस ज़िंदगी को.. इक किरदार मिला..
मिल जाता है बंज़ारे को घर जैसे..
मेरे दिल को उसका हक़दार मिला..
ख्वाब उस शख्स के अक्सर मैं देखा करता हूँ..
नाम उस अक्स के हर पल मैं अपना करता हूँ..
आँखें खोलू या बंद भी कर लू..
चेहरा उसका ही है.. हर बार मिला..
मिल जाता है बंज़ारे को घर जैसे..
मेरे दिल को उसका हक़दार मिला..
मेरी सुबह भी उस से.. मेरी रातें भी उस से..
मेरी ज़िंदगी की हर शाम भी उस से..
फ़ुर्सत नही मिलती.. उसकी यादों से..
हर बात की है शुरुआत भी उस से..
जो टूट गया था.. बिखर गया था..
उस रूह को फिर से प्यार मिला…
मिल जाता है बंज़ारे को घर जैसे..
मेरे दिल को उसका हक़दार मिला..
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